किसी क्लास में नहीं पढ़ाया जाता कि
कैसे बोलना चाहिए
लेकिन जिस प्रकार से हम बोलते हैं
वह तय कर देता है कि हम किस क्लास के हैं
कल की सबसे बेहतर तैयारी यही है कि,
आज अपना सर्वश्रेष्ठ दीजिये!
प्रार्थना करते समय व्यक्ति का मंदिर में होना जरुरी नहीं,
बल्कि व्यक्ति के मन में ईश्वर का होना जरुरी है